
आधुनिक जीवनशैली में मानसिक और शारीरिक थकावट के बाद आराम बहुत कम मिल पाता है | ऐसे में शरीर की अच्छी मालिश तन-मन को ताजगी प्रदान करने के साथ-साथ त्वचा को कमनीय कोमल और कांतिमय बनाती है | यकीन ना हो तो इसे आजमा कर देखिए |
आकर्षक एवं कांतिमय त्वचा पाने के लिए नियमित मालिश होते रहना बहुत जरूरी है (benefits of body massage in hindi) | मालिश की प्रथा प्राचीन काल से ही चली आ रही है | अतीत के पन्ने उलट कर यदि हम दादी-नानी या उनके पहले के जमाने के बारे में जानने की कोशिश करें, तो हमें मालिश का महत्व समझ में आ जाएगा | आज भी बच्चा जैसे ही जन्म लेता है, उसकी मालिश शुरू हो जाती है | विवाह से पहले रस्म के मुताबिक वर-वधू के यवन को निखारने के लिए मालिश की जाती है |
मालिश का महत्व सिर्फ भारत में ही नहीं है, बल्कि विदेशों में भी इसका प्रचलन है | उबटन द्वारा शरीर की मालिश हर जगह की जाती है | मालिश से अभिप्राय शरीर पर हाथों की उस सामान्य लयबद्ध गति से है जिससे शरीर में रक्त संचार तेज होता है | ऑक्सीजन की क्षमता में वृद्धि होती है | मांस पेशियों में लचीलापन और त्वचा में चमकीला बनाता है | तनाव अनिद्रा और सिरदर्द दूर होता है |
नियमित मालिश से आयु बढ़ने पर भी शारीरिक सुंदरता, कमनीयता और कोमलता बनी रहती है | इससे त्वचा का रंग भी निखरता है, झाइयां भी दूर होती हैं | अतिरिक्त फैट को हटाकर मालिश, त्वचा को कांतिमय बनाती है | आज के युग में जहां मानसिक शारीरिक थकावट का दौर है, मालिश और भी ज्यादा जरूरी है | These are Benefits of Body Massage In Hindi Language.
मालिश के तरीके Massage Karne Ka Tarika Hindi Me
मालिश करना भी एक कला है और सही मालिश का अपना एक नियम और वैज्ञानिक तरीका है | अतः मालिश के विज्ञान को समझना आवश्यक है और उसी के आधार पर मालिश करवाई जानी चाहिए | मालिश करवाने के लिए किसी को चुने जो इस कला में माहिर हो, आप अपनी जरूरतें भी उसे बता दें |
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समझे शरीर की बनावट Massage Ke Liye Body Ko Jaane
- मालिश करवाने से पहले शरीर की बनावट को समझना जरूरी है | अपने विभिन्न अंगों की जानकारी होनी चाहिए, जिससे यह पता हो जाए कि मालिश का प्रेशर कितना हो और किस दिशा की ओर हो | मालिश करवाते हुए हमें किस-किस पॉइंट पर कितना प्रेशर डलवाना है, यह अलग-अलग शरीर पर निर्भर करता है | विभिन्न अंगों के हिसाब से प्रेशर होना चाहिए | इसके नियम बनाए गए हैं | इस कला में कुशल विशेषज्ञ इस बात को जानती भी हैं | मांस पेशियों की कुदरती बनावट को ध्यान में रखकर की गई मालिश गुणकारी और सर्वोत्तम रहती है |
- मालिश के लिए तेल का इस्तेमाल बेहतर है लेकिन शारीरिक स्थिति, मौसम आदि के हिसाब से संतरा, खीरा, टमाटर या आलूबुखारा जैसे फलों के रस का भी इस्तेमाल किया जाता है |
- Best Oil For Body Massage –> तेल का चुनाव आप अपनी आवश्यकता अनुसार कर सकती हैं | जैसे मछली का तेल (Fish oil for massage), बादाम का तेल (Badam oil from massage), नारियल का तेल (Coconut oil for massage), ऑलिव ऑयल (Massage Ke Liye Olive Oil), मलाई, मक्खन, दूध और टेलकम पाउडर (Massage By Telcum Powder) से भी मालिश की जाती है |
शरीर के मसाज के टिप्स Body Massage Tips In Hindi
1. मालिश करने का स्थान स्वच्छ और शांत होना चाहिए | एकाग्रता से की गई मालिश शरीर में नई चेतना जान और स्फूर्ति पैदा करती है |
2. मालिश करवाते समय इस बात का ध्यान रखें कि मालिश हमेशा लेट कर ही करवाएं | इससे काफी आराम मिलता है |
3. मालिश हमेशा नीचे से शुरू करके ऊपर की ओर करवाएं | इस प्रकार की गई मालिश से शिराओं को ताकत व शरीर को फुर्ती तथा ताजगी मिलती है |
4. किसी भी हड्डी पर दबाव डालकर मालिश ना करवाएं | सीधे पीठ पर मालिश करवाने से भी जरूर बचें |
5. मालिश के दौरान इस बात का ध्यान जरूर रखें कि मालिश करवाते समय अपने शरीर को ढीला छोड़ दें |
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मालिश के दौरान जरूरी सावधानियां
- मालिश के समय लंबी-लंबी सांसे लेना अति उत्तम है | इससे शरीर का विकार बाहर निकलेगा और शरीर में चेतना आएगी |
- मालिश पैरों से शुरू करवा कर हाथों, पीठ, छाती और सिर पर करवा कर समाप्त करवाएं |
- गर्भधारण के दिनों में मालिश नहीं कराना चाहिए |
- मालिश खुद करें तो झटके से ना करें बल्कि हल्के दबाव के साथ करें |
- मालिश के बाद अच्छी तरह स्नान किया जाता है, लेकिन आजकल ब्यूटी पार्लर या हेल्थ क्लबों में शरीर की मालिश के बाद स्टीम बाथ या गर्म तौलिए से पूरे शरीर में हल्की भाप दी जाती है | फिर पूरे शरीर में सौंदर्य उपचार के लिए मिट्टी और जड़ी बूटियों से तैयार किया गया बॉडी पैक शरीर पर लगाया जाता है | इसे लगाने के 20 मिनट बाद आप स्नान कर सकती हैं |
- सप्ताह में एक बार बॉडी मसाज के साथ पैक लगाने से शरीर की थकावट दूर होने से फुर्ती और हल्कापन महसूस होता है |
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